भाई दूज का पर्व हर साल कार्तिक शुक्ल द्वितीया को मनाया जाता है, जिसे यम द्वितीया भी कहते हैं। बहनें अपने भाई के सुख और लंबी आयु की कामना करती हैं।
यह पर्व को भाई-बहन के रिश्ते का प्रतीक माना जाता है। यह पर्व गोवर्धन पूजा के बाद मनाया जाता है। बहनें अपने भाई की लंबी आयु और सुख-समृद्धि में वृद्धि के लिए कामना करती हैं।
पौराणिक कथा में श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध कर अपनी बहन सुभद्रा से भेंट की। सुभद्रा ने उनका तिलक कर दीर्घायु की कामना की।
कार्तिक शुक्ल द्वितीया को यम अपनी बहन यमुना से मिलने आए। यमुना ने यम का सत्कार किया और भोजन कराया। इसलिए यह पर्व तब से प्रचलित है।
यम देव ने वचन दिया कि जो भाई अपनी बहन से मिलेंगे, उनकी हर मनोकामना पूरी होगी। इसी दिन से भाई दूज का पर्व मनाया जाता है।
Bhai Dooj 2024 की तिथि 3 नवंबर को है। यह पर्व रविवार को मनाया जाएगा, इस दिन भाई अपनी बहनों को उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं।
इस बार द्विग पंचांग के अनुसार तिलक का शुभ समय - अपराह्न 01:10 से 03:22, विजय मुहूर्त - 01:54 से 02:38 तक रहेगा। बहन केवल दो घंटे ही अपने भाई का तिलक कर सकती हैं।
भाई दूज के पर्व पर बहनें अपने भाई को तिलक करती हैं, मिठाई खिलाती हैं और उसकी लंबी उम्र की कामना करती हैं।
भाई दूज भाई-बहन के अटूट प्रेम और आशीर्वाद का प्रतीक है, जो परिवार में खुशियाँ लाता है। यह पर्व बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है।